विवरण हिन्दी में :
मानव मात्र में सदभाव, स्नेह, समवेदना, दया के प्रचाराये एवं त्रिविधितापो की शान्ति हेतु डॉ कपिल देव द्विवेदी द्वारा विश्व शान्ति-महायज्ञ विधि का प्रणयन किया गया है। इस यज्ञ को 11 या 15 दिन में पूर्ण करने की विधि दी गयी है। इसका उददेश्य मानव मात्र को सभी आधि-व्याथि और विभिषिकाओं को दूर करना बताया है।