विवरण हिन्दी में :
लेखक- डॉ० भारती आर्य
स्मृतियाँ धर्म की विशद व्याख्या हैं । ये मानव-जीवन की आचार-संहिता हैं । स्मृतियों में जहाँ पुरुष-स्वभाव का विवेचन और विश्लेषण है, वहाँ साथ ही स्त्री-प्रकृति का भी गहन अध्ययन, विवेचन और विश्लेषण है। प्रस्तुत ग्रन्थ में नारी के वैदिककालीन स्वरूप से लेकर स्मृतिकालीन स्वरूप तक विशद प्रकाश डाला गया है।