विवरण हिन्दी में :
प्रणेता- पद्मश्री डॉ. कपिलदेव द्विवेदी
यह डॉ. कपिलदेव द्विवेदी की नवीनतम् काव्य कृति है । इसमें संस्कृत साहित्य के मूर्धन्य ३२ काव्यकारों का जीवन वृत्त, कृतित्व उनके काव्यों की विशेषताएं आदि का संस्कृत पद्यों में विस्तृत विवरण दिया गया है। काव्य की भाषा सरल और सुबोध है । इसमें विशेष उल्लेखनीय महाकवि ये हैं- महर्षि वाल्मीकि, श्री वेदव्यास, कालिदास, भारवि, माघ, श्रीहर्ष। नाटककार- श्री भास, शूद्रक, भवभूति । गद्यकारदण्डी, सुबन्धु, बाप, अम्बिकादत्त व्यास। गीतिकार- भर्तृहरि, अमरुक, जयदेव । ऐतिहासिक काव्यकार- बिल्हण, कल्हण तथा गुणाढ्य।