विवरण हिन्दी में :
मारवि कृत किरातार्जुनीयम् चतुर्थ सर्ग पर डॉ कपिल देव द्विवेदी द्वारा लिखा यह हिंदी-टीका है। पुस्तक में संस्कृत टीका, अन्वय, संस्कृत-व्याख्या, मल्लिनाथ कृत घण्टापथ टीका सम्मिलित है। इस पुस्तक का प्रकाशन रामनारायण लाल विजय कुमार इलाहाबाद द्वारा किया गया था। सम्प्रति Out Of Stock है।