विवरण हिन्दी में :
मारवि की किरातार्जुनीयम् प्रथम सर्ग पर डॉ कपिल देव द्विवेदी द्वारा लिखी गयी हिंदी-टीका है। पुस्तक में संस्कृत टीका, अन्वय, संस्कृत-व्याख्या, मल्लिनाथ कृत घण्टापथ टीका सम्मिलित है। सम्प्रति यह पुस्तक Out Of Print है। इस पुस्तक का प्रकाशन साहित्य संसथान इलाहाबाद एवं बाद में रामनारायण लाल प्रहलाद दस इलाहाबाद द्वारा किया गया था।