Vedic Darshana – वैदिक दर्शन

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ISBN: 978-81-85246-43-7
Author: Dr. K. D. Dvivedi
Language: हिंदी
Year of Publication: 2023
Binding Type: Paper-Back Rs 225 and bound  Rs 350
Bibliography: Pages 220+16
Size: Demy i.e. 22.5X 14.5 CM

Detail in English :

The book deals with philosophy in the Vedas. The Vedas contain sufficient material on philosophy. The book is devided into 13 chapters. The following main topics are dealt with:- Origin and development of philosophy. A detailed description of authors of philosophic works, The chief characteristics of Virat Purush Brahman and Ishwar, Characteristics of individual soul, The theory of rebirth, The Theory of Action and result, number of deities, Monism and Pluralism. Origin of the world, Madhuvidya, Brahmvidya etc, Means of self-realization.

विवरण हिन्दी में :

वेदों में अध्यात्म और दर्शनशास्त्र से संबद्ध सामग्री प्रचुर मात्रा में विद्यमान है। प्रस्तुत ग्रन्थ में उसका ही आलोचनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया गया है।

समस्त सामग्री को १३ अध्यायों में बांटा गया है। अध्याय १ में दर्शनशास्त्र का उद्भव और विकास तथा दर्शनशास्त्र का महत्त्व एवं प्रमुख आचार्यों का वर्णन है । अध्याय २ से ५ तक विराट् पुरुष, ब्रह्म और ईश्वर के स्वरूप का वर्णन, इनके विविध नाम-रूप, सर्वदेवमयत्व एवं उसकी प्राप्ति के साधनों का वर्णन है । अध्याय ६ में जीवात्मा के गुण-कर्म, पुनर्जन्म सिद्धान्त और कर्म-मीमांसा का विवेचन है । अध्याय ७ में प्रकृति का स्वरूप, गुण-कर्म और सूक्ष्म शरीर का वर्णन है । अध्याय ८ में एकेश्वरवाद, जैतवाद, देवों का स्वरूप और उनकी संख्या का वर्णन है । अध्याय ९ में मनोविज्ञान का विस्तृत वर्णन है । अध्याय १० में विविध दार्शनिक सिद्धान्तों का वर्णन है । अध्याय ११ में मधुविद्या, प्राणविद्या, ब्रह्मविद्या आदि का विवेचन है । अध्याय १२ में सृष्टि-उत्पत्ति के सिद्धान्तों का वर्णन है । अध्याय १३ में ईश्वर-प्राप्ति के साधनों का वर्णन है।

author-name

Dr. K. D. Dvivedi

bibliography

220+16 Pages, Index, Bibliography, Size Demy i.e. 22.5X 14.5 CM

binding-type

Hard-Bound

language

Hindi

year-of-publication

2006

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